नेट जीरो गोल भारत सरकार की ओर से परियोेजनाएँ और योजनाएँ चला रहा है। भारत सरकार के दिषा-निर्देषों और कार्ययोजना के अनुसार, शुद्ध शून्य लक्ष्य जैविक कृषि सिद्धांतों के आधार पर स्थायी कृषि प्रणाली विकसित करके कृषि उत्पादकता में गिरावट को दूर करने के लिए छोटे पैमाने पर किसानों के साथ काम करता है। जागरुकता, प्रषिक्षण और प्रक्षेत्र प्रदर्षन कुछ महत्त्वपूर्ण गतिविधियाँ हैं जिनका पालन जैविक खेती अंगीकरण और प्रमाणन कार्यक्रमों में किया जाना है।
विषिष्ट जैविक उत्पाद श्रंृखला में भागीदारी करने की सख्त आवष्यकताओं को पूरा करने और छोटे धारकों को सक्षम बनाने के लिए तकनीकी कौषल विकास और सूचना के निरन्तर प्रावधान की भी आवष्यकता है।
नेट जीरो गोल सभी हितधारकों जैसे-किसानं, संगठन, गैर सरकारी संगठन, विस्तारवादी, व्यापारी, प्रसंस्करण कर्ताओं और शोधकर्ताओं सभी को एक साथ लाकर जैविक खेती अपनाने और आगे बढ़ाने का कार्य करता है।
जीरो नेट गोल अवसरों और विषेषज्ञता के आधार पर उत्पादों के विपणन की तलाष कर रहा है और देषभर में फैले हमारे उत्पादकों से उत्पादों को प्राप्त करने की जिम्मेदारी ली है। चूंकि खरीद सीधे किसानों से होती है। अतः बिचौलियों को हटा दिया गया है। अंतत गुणवत्ता, पोषक मान और उचित मूल्य सुनिष्चित करने और जैविक खाद्य को उसके सर्वोत्तम बाजार तक पहुँचाने की आवष्यकता को संबोधित कर रहे हैं।
पेषेवर योग्यता, अनुभव और क्षमता के आधार पर, नेट जीरो गोल वर्तमान में भारत के 5 राज्यों-सिक्किम, ओडिषा, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेष और गुजरात में काम कर रहा है। इसके अलावा, (सिक्किम में अपनी विषेषज्ञता के अलावा) 48000 हेक्टेयर क्षेत्र को आच्छादित करते हुए विभिन्न फसलों जैसे-गेहूँ, धान, बाजरा, सब्जियां, फलों की फसल और नकदी उगाने वाले 60,000 से अधिक किसान शामिल हैं।
सम्पूर्ण विष्व में उपभोक्ताओं के बीच प्रचुर मात्रा में सुरक्षित भोजन (विषेषकर जैविक खाद्य) की बढ़ती माँग एवं इसकी कम आपूर्ति चिंता का कारण रही है। यह भी पाया गया है कि उत्पादकों के लिए विषेष प्रथाओं के बारे में जागरुकता की कमी सबसे महत्त्वपूर्ण कारणों में से एक है।
इसे महसूस करते हुए नेट जीरो गोल ने निम्नलिखित क्षेत्रों में प्रषिक्षण और कौषल विकास की गतिविधियांे में पर्दापण करने का निर्णय लिया है-
- - जैविक खेती को अपनाना।
- - प्रमाणन की सुविधा।
- - फसल कटाई उपरान्त प्रबंधन।
- - बाजार आसूचना।
- - मार्केटिंग टाई-अप।
- - स्थायी कृषि
- - सिक्किम जैविक पहल के प्रारम्भिक चरण 2003-2004 से जैविक मानक के तहत प्रमाणन सुविधा।
इस उद्देष्य प्राप्ति के लिए, इसने विभिन्न राज्य सरकारों (प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से) की सहायता से जैविक कृषि, बागवानी और नकद फसलों के अंगीकरण और प्रमाणन में प्रवेष किया है। नेट जीरो गोल ने 1983 से सिक्किम में पारम्परिक और जैविक संविदात्मक खेती को बढ़ावा देने के लिए वापस खरीद गारण्टी के साथ कई किसान समूहों का समर्थन किया है।
यदि आप कृषि आधारित समाधान ढूंढ रहे हैं, तो कृपया फॉर्म भरकर हमसे संपर्क करें





